Tuesday, August 21, 2018

आर्थिक सर्वेक्षण का साराांश 2017-18 खांड-I एर्वां II

खांड : I .............................................................................................................................................................2
ाऄध्याय 01 : ाऄथथव्यर्वस्था की स्स्थस्त: स्र्वश्लेषणात्मक ससहार्वलोकन और नीस्तगत सांभार्वनाएां...................................................2
ाऄध्याय 02 : र्वस्तु एर्वां सेर्वा कर (GST) के पररप्रेक्ष्य में भारतीय ाऄथथव्यर्वस्था का एक नूतन प्रबोधक एर्वां सांस्क्षप्त स्र्वर्वेचन...............9
ाऄध्याय 03 : स्नर्वेश और बचत में स्गरार्वट तथा स्स्थस्त में सुधाराः भारत के सांबांध में स्र्वस्भन्न देशों का ाऄनुभर्व............................12
ाऄध्याय 04 : राजकोषीय सांघर्वाद और जर्वाबदेही में समन्र्वय : क्या ाआसमें स्नम्न सांतुलन ाऄर्वरोध है? .......................................14
ाऄध्याय 05 : क्या स्र्वकास में“स्र्वलांस्बत ाऄस्भसृस्त” एक बाधा बन जाती है? क्या भारत ाईससे बच सकता है?.............................18
ाऄध्याय 06 : जलर्वायु, जलर्वायु पररर्वतथन और कृ स्ष .....................................................................................................21
ाऄध्याय 07 : कन्या नहीं पुत्र चास्हए : क्या स्र्वकास ही ाआस समस्या का समाधान है? ............................................................25
ाऄध्याय 08 : भारत में स्र्वज्ञान एर्वां प्रौद्योस्गकी का रूपाांतरण .........................................................................................28
ाऄध्याय 09 : व्यर्वसाय करने को ाअसान बनाने का ाऄगला मोचाथाः समय से न्याय..................................................................32
खण्ड : 2 ......................................................................................................................................................... 35
ाऄध्याय 01 : 2017-18 में भारत के ाअर्थथक प्रदशथन का ससहार्वलोकन ..............................................................................35
ाऄध्याय 02 : राजकोषीय घटनाक्रम की समीक्षा...........................................................................................................39
ाऄध्याय 03 : मौद्रिक प्रबांधन और स्र्वत्तीय मध्यस्थता.....................................................................................................41
ाऄध्याय 04 : कीमतें और मुिास् फीस्त.........................................................................................................................44
ाऄध्याय 05 : धारणीय स्र्वकास, ाउजाथ और जलर्वायु पररर्वतथन..........................................................................................47
ाऄध् याय 06 : र्वैदेस्शक (बाह्य) क्षेत्र............................................................................................................................51
ाऄध्याय 07 : कृ स्ष और खाद्य प्रबांधन ........................................................................................................................55
ाऄध्याय 08 : ाईद्योग और ाऄर्वसांरचना........................................................................................................................58
ाऄध्याय 09 : सेर्वा क्षेत्रक........................................................................................................................................65
ाऄध्याय 10 : सामास्जक ाऄर्वसांरचना, रोजगार और मानर्व स्र्वकास ...................................................................................68

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